सीएम का लोहाघाट दौरा, विश्व प्रसिद्ध अद्वैत आश्रम मायावती को जोड़ने वाले सड़क को स्वामी विवेकानंद जी को समर्पित कर बदल सकता है तस्वीर
■ʼ स्वामी विवेकानंद जी ने अद्वैत आश्रम में किया था एक पखवाड़े तक प्रवास ।
लोहाघाट। अद्वैत आश्रम मायावती को लोहाघाट से जोड़ने वाला 9 किलोमीटर लंबा सड़क मार्ग युग पुरुष स्वामी विवेकानंद जी को समर्पित किया जा सकता है। अद्वैत आश्रम मायावती वह स्थान है जहां वर्ष 1901 में 3 से 17 जनवरी तक स्वामी विवेकानंद जी ने प्रवास कर यहां ध्यान तथा अद्वैत एवं वैंदान्त की रसधारा को दुनिया में प्रवाहित करने का प्रयास किया था। तब से इस दिव्य स्थान को वैश्विक ख्याति मिलने लगी। स्वामी जी की परिकल्पना के अनुसार यहां ऐसा धर्मार्थ अस्पताल संचालित किया जाता है जहां नर को नारायण मानकर रोगी का मुफ्त उपचार किया जाता है। यहां वर्ष भर विशेष चिकित्सा शिविर आयोजित किए जाते हैं। जिसमें देश के जाने-माने विशेषज्ञ अपनी सेवाएं देने आते रहे। गत वर्ष माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मायावती आश्रम में आने का कार्यक्रम बनाया था। किन्तु अपरिहार्य कारणों से कार्यक्रम तो स्थगित हो गया लेकिन आश्रम की ऐसी क्या विशेषता है ? जहां स्वयं प्रधानमंत्री जी ने आने की इच्छा जताई थी, को देखने के लिए तब से यहां लोगों के आने का क्रम बढ़ता जा रहा है। मायावती ऐसा स्थान है जहां के संघन बन यहां के पर्यावरण को थामे हुए हैं। यहां व्यक्तिगत प्रयासों से ऐसा मॉडल जंगल तैयार किया गया है जो उत्तराखंड ही नहीं पर्यावरण प्रेमियों के लिए एक खोज का विषय भी है।
सड़क मार्ग को स्वामी जी को समर्पित करने के बाद सड़क का कायाकल्प एवं सौंदर्यीकरण के नए द्वार खुल जाएंगे। स्वयं मुख्यमंत्री श्री धामी आश्रम में विश्राम कर यहां ध्यान करते हुए ईश्वरी सत्ता से साक्षात्कार कर चुके हैं। यह 9 किलोमीटर लम्बा सड़क मार्ग वर्ष भर यहां आने वाले श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता रहेगा। सड़क मार्ग के मुहाने में यानी रिश्वेश्वर महादेव मंदिर के पास ऐसा भव्य गेट बनाना होगा जो दूर से ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेगा। यह सड़क घने जंगलों से होते हुए गुजरती है। जहां सफर करने का अपना अलग ही आनंद है। इस सड़क का सौंदर्यीकरण एवं वर्ष भर रखरखाव किया जाता रहेगा तो यह सड़क जिले की अपनी अलग शान बन जाएगी।