वैध दस्तावेज न दिखाए जाने पर दो मेडिकल स्टोर पर की कार्रवाई : नशा मुक्त देवभूमि मिशन के तहत छापा मार करवाई से मेडिकल संचालकों में मचा हड़कंप

टनकपुर। (आबिद सिद्दीकी) ड्रग निरीक्षक नीरज कुमार मेडिकल स्टोर पर लगातार मिल रही खामियों को लेकर बेहद सख्त नजर आ रहे हैं। मंगलवार को टनकपुर में प्रशासन की संयुक्त टीम के द्वारा की गई ताबड़तोड़ छापेमारी से मेडिकल स्टोरो में हड़कंप मचा हुआ है। वही लगातार मिल रही खामियों को लेकर ड्रग निरीक्षक ने दो टूक कहा कि मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित दवाइयां किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहा कि बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर को सील कर दिया जाएगा।
प्राप्त समाचार के अनुसार पुलिस अधीक्षक अजय गणपति के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी टनकपुर शिवराज सिंह राणा के नेतृत्व में नशामुक्त देवभूमि मिशन के अंतर्गत ए एन टी एफ /एस ओ जी टीम के साथ एसओजी ड्रग निरीक्षक नीरज कुमार की टीम द्वारा थाना कोतवाली टनकपुर राजाराम चौराहा व दीनदयाल चौराहा पर मौजूद मेडिकल स्टोरो पर छापामार कार्रवाई कर नशे की दवाओं व इंजेक्शन की बिक्री पर प्रभावी रोकथाम हेतु सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान हिमालय मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित 96 कैप्सूल के बिल दस्तावेज न दिखाए जाने पर उक्त मेडिकल स्वामी पर कार्रवाई करते हुए 3 दिन के भीतर मूल बिल दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
प्रतिबंधित दवाइयों के संदर्भ में दूरभाष पर पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर ड्रग निरीक्षक नीरज कुमार ने कहा कि मेडिकल स्वामी इस प्रकार की प्रतिबंधित दवाइयां मेडिकल नियमावली के तहत रख सकते हैं। और डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही बिक्री कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त छाबड़ा मेडिकल के स्वामी द्वारा प्रपत्र व बिल दिखाने में देरी करने पर मेडिकल स्टोर को बंद किया गया। व अन्य मेडिकल स्टोरो पर कमी मिलने पर हिदायत देकर चेतावनी दी गई। कहा की भविष्य में अभियान जारी रहेगा। छापामार कार्रवाई के दौरान ड्रग निरीक्षक मीनाक्षी बिष्ट, डीआई अर्चना गहतोली, अर्षिता, निधि शर्मा, शुभम कोटनाल, उत्तरांचल औषधि महासंघ दवा व्यवसायी कुमाऊं उपाध्यक्ष भुवन जोशी, ए एन टी एफ /एसओजी टीम से लक्ष्मण सिंह जगवान IC SOG, सोनू सिंह ICANTF, मतलूब खान, महेंद्र डगवाल, गणेश बिस्ट, उमेश राज, सूरज कुमार, कोतवाली टनकपुर से उप निरीक्षक पूरन सिंह तोमर, जगबीर सिंह आदि शामिल रहे।
■■ लाइसेंस की आड़ में बेचते हैं प्रतिबंधित दवाइयां:
ड्रग निरीक्षक नीरज कुमार ने कहा कि आप सभी ऐसे व्यवसाय से जुड़े हैं जहां परेशान हाल लोग आप लोगों से दवाई लेते हैं यह विश्वास से जुड़ा हुआ व्यवसाय है। उन्होंने उन लोगों को सख्त चेतावनी दी जो लाइसेंस की आड में प्रतिबंधित दवाइयां बेचते हैं। ऐसे लोगों को सोचना चाहिए कि आज वह दूसरों का जीवन बर्बाद कर रहे हैं लेकिन कल उनका या उनके बच्चों का जीवन भी नशे की चपेट में आ सकता है। उन्होंने पुराने व्यवसाईयों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने अपने काम और नाम दोनों को रोशन किया है।
जबकि आज के कुछ नए लाइसेंस धारी केवल नशे का कारोबार करने में लगे हैं। इसके अलावा उन्होंने मेडिकल स्टोर की स्वच्छता को लेकर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टोर जैसी जगह पर गंदगी होना बेहद चिंताजनक है। उन्होंने साफ सफाई सुनिश्चित करने की चेतावनी दी और कहा की जरूरत पड़ने पर तालाबंदी भी की जा सकती है। जिस तरह से उनके द्वारा लगातार की जा रही है। कहा कि फार्मासिस्ट डॉक्टर के काम का हिस्सा होता है और अनियमतता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कई मेडिकल स्टोर पर 18 साल से कम उनके बच्चों को बैठाकर दवाइयां बेची जा रही है जो बिल्कुल अस्वीकार्य है। उन्होंने सभी को सलाह देते हुए कहा कि रजिस्टर मेंटेनेंस और स्टोरेज की व्यवस्था को बेहतर करें। उन्होंने चेताया कि बिना लाइसेंस के दवाइयां की बिक्री गैरकानूनी है और इससे दवाइयां का गलत इस्तेमाल हो सकता है जो समाज के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा की दवा वितरण में पूरी पारदर्शिता होनी चाहिए। और कानून का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। ताकि नकली या प्रतिबंधित दवाइयां की आपूर्ति रोकी जा सके।
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