: बिजनौर के परिषदीय विद्यालयों में पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ सफल आयोजन समावेशी शिक्षा पर दिया जोर

Admin
Sat, Feb 15, 2025
बिजनौर/ उत्तर प्रदेश राज्य परियोजना शासन कार्यालय के द्वारा दिव्यांग बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने की पहल की गई है। परिषदीय विद्यालयों में जन सशक्तकरण करने के उद्देश्य से समग्र शिक्षा परियोजना,समेकित शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों को सहयोग करने के लिए शासन द्वारा बनाए गए नोडल शिक्षकों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम ब्लॉक संसाधन केंद्र किरतपुर में आयोजित किया गया।

प्राप्त समाचार के अनुसार शनिवार को आयोजित कार्यक्रम मे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार, खंड शिक्षा अधिकारी सूर्यकांत गिरि, जिलासमन्वयक (समेकित शिक्षा ) लियाकत अली के संयुक्त निर्देशन में सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। कार्यक्रम में अलग-अलग प्रकार की दिव्यांगताओं पर प्रकाश डाला गया। बताया कि दिव्यांगताओं के होने के क्या कारण है और उनका किस तरह से निदान किया जा सकता है या उनके स्तर को किस तरह से कम किया जा सकता है। विभिन्न प्रकार की जानकारी से अवगत कराया गया। जिससे कि प्रभावित बच्चा सामान्य वातावरण परिवेश में अपने आप को समाहित कर सके। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ना और उन्हें सामान्य बच्चों के साथ एक ही कक्षा में शिक्षा प्रदान करना है। विशेष शिक्षक मूकबधिर दिव्यांगता अयूब अली द्वारा विस्तार पूर्वक बताया गया की मूकबधिर बच्चों को उसकी शारीरिक बधाओ के अनुसार वातावरण में समाहित करने के लिए क्या सहयोग किया जा सकता है इस तरह के बच्चों को पढ़ाने के लिए साइन लैंग्वेज का इस्तेमाल कैसे करें प्रभावित बच्चों को हियरिंग एड का इस्तेमाल कैसे करना सिखलाया जाए,सामान्य बोलने की दिक्कतों हकलाना तुतलाना को कम करने के लिए स्पीच थेरेपी के इस्तेमाल आदि के बारे में बताया गया। असमा निगार विशेषज्ञा मानसिक मंदता द्वारा बताया गया कि मानसिक मंद बच्चों को सामान्य बच्चों के साथ शिक्षक किस तरह से पढ़ा सकते हैं दैनिक क्रियाओ को सामान्य तौर पर करने की समझ एक मानसिक मंद बच्चे में किस तरह से विकसित की जाए।
डॉ सैयद फरहत अली फिजियोथैरेपिस्ट के द्वारा जन्मजात रूप से होने वाली विकृतियों एवं जन्मजात बीमारियों जिसके कारण दिव्यांगता उत्पन्न होती है पर प्रकाश डाला गया क्लब फुट, पोस्ट पोलियो रेजिड्यूल पैरालिसिस (पोलियो के कारण अपंगता ) स्पाइना बईफिदा, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, सेरेब्रल पाल्सी, क्लेफ्ट लिप, विभिन्न प्रकार के तंत्रिका तंत्र से संबंधित विकार, लोकोमोटर डिसेबिलिटी, के कारण होने वाले शारीरिक विकार बीमारियों आदि के बारे में बताया| ट्रेनिंग में गंभीर दिव्यांग बच्चों के बारे में भी चर्चा हुई,उनकी पैरेंट काउंसलिंग करके दिव्यांग बच्चे के लिए सामान्य परिवेश में समाहित करने के बारे में बताया गया। सहायक उपकरण उपस्कर की आवश्यकता को पूर्ण करना एवं उनके प्रयोग जैसे कि व्हील चेयर ट्राई साइकिल बैसाखी ब्लाइंड बच्चों के लिए सेंसरी स्टिक ब्रेल स्लेट ब्रेल लिपि, दोनों पैरों मैं विकार जनित बच्चों में कैलीपर का प्रयोग करना आदि के बारे में बताया गया| पांच दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम समापन के अंतिम दिन अयूब अली के द्वारा सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया गया।
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